कुछ दिन पहले तक ममता बनर्जी के नज़दीकी रहे शुभेंदु अधिकारी के पिता और तृणमूल कांग्रेस सांसद शिशिर अधिकारी ने रविवार को पार्टी छोड़ दी। उन्होंने पूर्व मेदिनीपुर में बीजेपी की एक सभा में गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में टीएमसी छोड़ने का ऐलान कर दिया।
मातुआ एक हिन्दू वैष्णव पंथ है, जिसकी स्थापना 1860 में हरिचाँद ठाकुर ने की थी। मातुआ पंथ में यकीन करने वालों का कहना है कि हरिचाँद ठाकुर विष्णु के अवतार थे, जिन्हें ईश्वर ने इस पृथ्वी पर धर्म फैलाने के लिए भेजा था।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के ठीक पहले महिश्या समुदाय को आरक्षण देने का ऐलान कर राज्य के चुनावी गणित में जाति को महत्वपूर्ण समीकरण के रूप में इस्तेमाल करने की रणनीति अपनाई है।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बीच केंद्रीय जांच एजेंसियों की ओर से पहले टीएमसी के नेताओं को समन भेजे गए और अब ममता सरकार के छह अफ़सरों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
पहचान की राजनीति को नया आयाम देने और हिन्दुत्व को अपना राजनीतिक औजार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के पहले इसे नई ऊँचाई देने का तरीका अपना लिया है।
पश्चिम बंगाल बीजेपी को तब शर्मिंदगी जैसी स्थिति से गुजरनी पड़ी जब बीजेपी उम्मीदवार के रूप में घोषित किए गए दो लोगों ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। दोनों में से एक सिखा मित्रा ने तो कह दिया कि उनसे सहमति नहीं ली गई।
पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। राज्य बीजेपी ने गुरुवार को 148 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, उसमें उनका नाम नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तृणमूल कांग्रेस पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों का ह़क छीन कर दूसरों को दे दिया गया। हालांकि उन्होंने मुसलमानों का नाम नहीं लिया, पर उनके कहने का मतलब साफ़ है कि उनके निशाने पर कौन हैं।
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021, अभी तक अपने मुख्यमंत्री के रूप में किसी को पेश नहीं किया है, जिसकी वजह यह है कि पार्टी के पास ममता बनर्जी की क़द का कोई नेता नहीं है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस का चुनाव घोषणापत्र जारी करते हुए कहा है कि हर साल पाँच लाख नई नौकरियाँ दी जाएंगी।
पश्चिम बंगाल चुनाव में विपक्षी दलों से सांप्रदायिक होने के आरोपों का सामना कर रहे इंडियन सेक्युलर फ्रंट यानी आईएसएफ़ ने अपने उम्मीदवारों की सूची से चौंका दिया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दूसरी बार चुनावी मंच से चंडीपाठ किया है। बीजेपी की ओर से लगातार चुनावी रैलियों में ‘जय श्री राम’ के धार्मिक उद्घोष का राजनीतिक नारे के तौर पर इस्तेमाल हो रहा है।
पश्चिम बंगाल बीजेपी में विधानसभा चुनावों के लिए टिकट बँटवारे पर जूतम-पैजार मची हुई है। कोलकाता स्थित पार्टी दफ़्तर पर पार्टी के ही सदस्यों ने धावा बोल दिया, नारेबाजी की, तोड़फोड़ की और बड़ा बवाल मचाया।