मुंबई के ठाणे जिले में मुंब्रा रेलवे स्टेशन के पास सोमवार सुबह हुए एक दर्दनाक रेल हादसे ने शहर को हिलाकर रख दिया। इस हादसे में अत्यधिक भीड़भाड़ वाली कसारा लोकल ट्रेन से गिरकर पांच यात्रियों की मौत हो गई, जबकि नौ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने सरकार और रेलवे पर निशाना साधा व रेलवे को असुरक्षा और अव्यवस्था का प्रतीक बताया है। विपक्षी नेताओं ने रेलमंत्री के इस्तीफ़े की मांग की है। आलोचनाओं के बीच ही भारतीय रेलवे ने घोषणा की कि मुंबई उपनगरीय क्षेत्र की सभी लोकल ट्रेनों में ऑटोमैटिक दरवाज़ा बंद करने की व्यवस्था लागू की जाएगी। इसी तरह की व्यवस्था मेट्रो ट्रेनों में होती है।
मुंबई हादसे पर रेल मंत्री का इस्तीफ़ा मांगा; अब ऑटोमैटिक दरवाजे लगाने की घोषणा
- महाराष्ट्र
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- 9 Jun, 2025
मुंब्रा रेलवे स्टेशन के पास कसारा लोकल से गिरकर यात्रियों की मौत के हादसे के बाद विपक्ष ने रेलमंत्री से इस्तीफ़े की मांग की। जानिए, रेलवे ने क्या घोषणा की।

इस नये फ़ैसले की घोषणा की जानकारी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने दी है। रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सूचना) दिलीप कुमार ने कहा, 'सभी निर्माणाधीन रैकों में स्वचालित दरवाजे लगाए जाएंगे और मौजूदा रैकों को भी इस सुविधा से लैस किया जाएगा।' यह क़दम यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने और भीड़भाड़ वाली ट्रेनों में होने वाले हादसों को रोकने की दिशा में अहम माना जा रहा है। लेकिन सवाल उठ रहा है कि आख़िर इसकी घोषणा बड़े हादसे के बाद क्यों की गई, क्या इसे पहले नहीं लगाया जा सकता था? क्या इसकी घोषणा अब इसलिए कि गई है क्योंकि विपक्षी दलों ने इसको लेकर मुद्दा बना दिया और सरकार पर आम लोगों की सुरक्षा को अनदेखा करने का आरोप लगाया।