ऐसा लगता है, जैसे हम बार-बार एक ही ख़बर लिखने को अभिशप्त हैं। साल दर साल बुरी ख़बरें और बुरी होकर सामने आ जाती हैं। भरतपुर के दो लोगों जुनैद और नासिर की हत्या के मामले में जिस तरह के तथ्य सामने आ रहे हैं, वे बेहद तकलीफ़देह हैं और बताते हैं कि हमारी व्यवस्था किस तरह अपराधियों के साथ ही मिलकर काम करती है। बीते मंगलवार को जुनैद और नासिर अपनी बोलेरो से भरतपुर से निकले। बुधवार को लौटते समय उन्हें अगवा कर लिया गया। नूंह में इनकी जम कर पिटाई की गई और फिर पीटने वाले इन्हें लेकर थाने गए कि इनको गोतस्कर होने के आरोप में गिरफ़्तार किया जाए। ये मामला हरियाणा के फिरोज़पुर झिरका थाने का है। थाने वालों ने बुरी तरह लहूलुहान इन दो लोगों को देखकर कहा कि इन्हें वापस ले जाओ, इस हाल में इन्हें नहीं रखा जा सकता। कुछ देर बाद दोनों की मौत हो गई। इसके बाद शवों को ठिकाने लगाने के लिए इन्हें भिवानी ले जाकर इनकी गाड़ी सहित जला दिया गया। गाड़ी के चेसिस नंबर से पहले गाड़ी की और फिर इन दोनों की पहचान हो पाई।
मोनू मानेसरः खूंखार ‘गोरक्षा’ और विद्वेष की राजनीति
- विचार
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- 29 Mar, 2025

नफरत की राजनीति के पैरोकार।
दो मुस्लिम युवकी की हत्या के मुख्य आरोपी मोनू मानेसर को लेकर हिन्दू संगठन जुलूस निकाल रहे हैं। उसके बारे में जानकारियां सामने आ रही हैं, उससे गोरक्षा का खूंखार चेहरा सामने आ रहा है। मुसलमानों को विद्वेष की राजनीति के नाम पर कब तक इस तरह शिकार बनाया जाता रहेगा।