राज्यपाल लालजी टंडन द्वारा फ्लोर टेस्ट के निर्देश के बाद जोड़तोड़ में जुटी मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार का बच पाना नामुमिकन हो गया है। दरअसल, कांग्रेस के जिन 16 विधायकों से कमलनाथ सरकार ने उम्मीद बांध रखी थी, उन्होंने रविवार सुबह वीडियो बयान जारी करते हुए दो टूक कह दिया है कि उन्होंने ‘इस्तीफ़े स्वेच्छा से दिए हैं।’
मध्य प्रदेश: बाग़ी विधायकों का संदेश- इस्तीफ़ा स्वेच्छा से; कमलनाथ का गेम ओवर!
- मध्य प्रदेश
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- 15 Mar, 2020


मध्य प्रदेश में कांग्रेस के जिन 16 विधायकों से कमलनाथ सरकार ने उम्मीद बांध रखी थी, उन्होंने रविवार सुबह वीडियो बयान जारी करते हुए दो टूक कह दिया है कि उन्होंने ‘इस्तीफ़े स्वेच्छा से दिए हैं।’
मध्य प्रदेश में सरकार गिराने और बचाने का ड्रामा पिछले दस-ग्यारह दिनों से चल रहा है। तमाम राजनीतिक उठापटक के बीच सिंधिया समर्थक 20 विधायकों के अलावा दो अन्य कांग्रेसी विधायकों ने भी अपने इस्तीफ़े विधानसभा स्पीकर को भेज रखे हैं।
राज्यपाल लालजी टंडन ने शनिवार और रविवार की दरमियानी रात मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र भेजकर विधानसभा के बजट सत्र के पहले ही दिन फ्लोर टेस्ट करने को कहा है। राज्यपाल के विधानसभा में होने वाले अभिभाषण के ठीक बाद यानी कल ही विश्वासमत हासिल करने को कहा है।



























