मणिपुर के इंफाल शहर में मंगलवार को सुरक्षाबलों और छात्रों के बीच भीषण झड़प की खबर है। प्राप्त सूचना के मुताबिक इस झड़प में 40 से अधिक छात्र घायल हो गए हैं। घायल होने वाले ये छात्र जुलाई में लापता हुए दो छात्र-छात्राओं की हत्या की खबर और उनकी तस्वीरें वायरल होने के बाद आक्रोशित थे।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक मणिपुर के तैंगनौपाल और कांकचिंग जिले में फायरिंग की दो अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई है और 50 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
भारत सरकार ने मंगलवार को मणिपुर की मौजूदा स्थिति के बारे में संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेषज्ञों की एक टीम की चिंताओं को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही भारत ने कहा है कि उनकी टिप्पणियां अनुचित, अनुमानपूर्ण और भ्रामक है।
मणिपुर से एक बार फिर हिंसा की खबरें सामने आई हैं। शुक्रवार की सुबह करीब 4.30 बजे उखरुल के पास स्थित एक गांव में गोलीबारी हुई है। प्राप्त सूचना के मुताबिक यहां इस हिंसा में गांव के 3 लोगों के मारे जाने की खबर है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुरुवार को दिल्ली विधानसभा में मणिपुर के मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर कई सवाल उठाए हैं। कहा, 150 लोगों की हत्याएं हो गई, बेटियों के साथ गलत हुआ, 6500 एफआईआर हुई लेकिन पीएम चुप रहे।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकर्जुन खड़गे ने गुरुवार को दिल्ली में महिला कांग्रेस के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया है। इस मौके पर उन्होंने भाजपा पर जमकर हमला बोला है।
अविश्वास प्रस्ताव पर हुई बहस के उत्तर में पीएम की विचलित दिखाई पड़ती मुद्रा और उनकी बिखरी-बिखरी शाब्दिक प्रस्तुति को देख बताया जा सकता है कि वे ‘तीसरी बार भी मोदी सरकार’ को लेकर जनता की ओर से आश्वस्त होना चाह रहे थे।
संसद में प्रधानमंत्री के अविश्वास प्रस्ताव पर दिए गए जवाब को नाकाफी बताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस की है। इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
पिछले दिनों मणिपुर में देखा गया कि दो समुदायों के बीच नफरत की खाई इतनी बढ़ गई है एक समुदाय दूसरे दूसरे समुदाय के मृतकों के अंतिम संस्कार की जगह को लेकर भी विरोध पर उतर गया।
भारत बहुसंस्कृति वाला देश है। हमारा संविधान भी इसकी पुष्टि करता है। यानी हमारे नेताओं ने ऐसे भारत का सपना देखा था, जहां हर मजहब, जाति, समुदाय के लोग मिलजुल कर रहेंगे लेकिन स्तंभकार अपूर्वानंद कहते हैं कि उस ख्वाब की ताबीर को मणिपुर में कुचल दिया गया है।