चुनाव के मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट के लागू होने के महज आधे घंटे पहले तमिलनाडु की अन्नाद्रमुक सरकार ने वन्नियार समुदाय को स्पेशल 10.5 प्रतिशत कोटा देने का बिल पास कर दिया। कल ही छह तोले तक के सोने के कर्ज को भी माफ़ी दे दी गयी।
तमिलनाडु में इस बार का विधानसभा चुनाव पिछले चुनावों से पूरी तरह अलग है। वह इसलिए क्योंकि राज्य की या दक्षिण की राजनीति के दो बड़े दिग्गज इस बार चुनाव में नहीं हैं।
चार साल तक जेल में रहने के बाद शशिकला जब चेन्नई पहुंचीं और उनके स्वागत में समर्थकों का हुजूम उमड़ा तो इससे सबसे ज़्यादा परेशानी तमिलनाडु में सरकार चला रही ऑल इंडिया अन्ना द्रमुक (एआईएडीएमके) को हुई।
एआईएडीएमके की पूर्व नेता रही वीके शशिकला को जेल से आज सुबह 11 बजे आधिकारिक रूप से रिहा कर दिया गया है। वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। यानी जेल से रिहा होने के बाद भी वह फ़िलहाल अस्पताल में ही रहेंगी।
तमिल फ़िल्मों के दो सुपरस्टार- रजनीकांत और कमल हासन क्या साथ आएँगे और मिलकर चुनाव लड़ेंगे? क्या कमल हासन रजनीकांत को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करेंगे?
डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने अपने 'मिशन 200' को कामयाब करने के लिए भ्रष्टाचार, तमिल स्वाभिमान और द्रविड़ सिद्धांतों को मुख्य चुनावी मुद्दे बनाने का फैसला किया है।
तमिल फ़िल्मों के सुपर स्टार रजनीकांत की राजनीतिक पार्टी का नाम और चुनाव-चिह्न लगभग तय हो गया है। सूत्रों की मानें तो रजनीकांत की पार्टी का नाम 'मक्कल सेवई कच्ची' होगा। पर वह चुनाव को कितना प्रभावित करेंगे, सवाल यह है।
रजनीकांत ने आख़िरकार राजनीतिक पार्टी की लॉन्चिंग के समय की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि वह 31 दिसंबर को राजनीतिक दल की घोषणा करेंगे और जनवरी में इसकी लॉन्चिंग की जाएगी। इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी।
विधानसभा चुनाव से पहले तमिलनाडु में नया राजनीतिक समीकरण उभर रहा है, एक नई राजनीतिक पार्टी का जन्म होने वाला है। द्रविड़ मुनेत्र कषगम यानी डीएमके में बड़े समय से उपेक्षित पड़े अलागिरी पार्टी तोड़ कर नई पार्टी बना सकते हैं।
केंद्र सरकार ने डॉ. सुब्बैया शणमुगम को ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइसेंस (एम्स) मदुरै के बोर्ड का सदस्य बनाया है। विपक्ष ने सरकार के इस फ़ैसले की तीख़ी आलोचना की है।
संसद पहुँचने की चाह खुशबू को भारतीय जनता पार्टी में ले आयी है। जब खुशबू को यकीन हो गया कि कांग्रेस में रहते हुए वह संसद नहीं पहुँच पाएंगी, उन्हे बीजेपी में उम्मीद नज़र आई। वह तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के. एस. अलगिरी से नाराज़ चल रही थीं।