पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने मंत्री अखिल गिरि की ओर से राष्ट्रपति के चेहरे-मोहरे पर की गई विवादास्पद टिप्पणी के लिए माफ़ी मांग ली है। बीजेपी इस मुद्दे पर लगातार धरना और प्रदर्शन कर रही है। लेकिन सवाल उठ रहा है कि क्या राज्य के आदिवासी वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए ही ममता ने इस मामले में माफी मांगी है? और क्या इसी को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने इस मुद्दे को इतना तूल दिया है?
राष्ट्रपति मुर्मू पर टिप्पणी को लेकर बंगाल में क्यों हुआ बवाल?
- पश्चिम बंगाल
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- 17 Nov, 2022


पश्चिम बंगाल में तृणमूल सरकार के मंत्री के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर टिप्पणी के लिए ममता बनर्जी ने क्यों माफी मांगी? और बीजेपी ने आख़िर इतना बवाल क्यों किया? जानिए क्या है वजह।
क्या था मामला
दरअसल, हाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विधायक और मत्स्य पालन मंत्री अखिल गिरि की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के चेहरे-मोहरे पर की गई एक टिप्पणी पर राज्य में बवाल पैदा हो गया। विधायक गिरि ने नंदीग्राम में कहा था, ‘शुभेंदु का कहना है कि मैं सुंदर नहीं हूँ। हम किसी को उसके रूप से नहीं आँकते। हम राष्ट्रपति के पद का सम्मान करते हैं। लेकिन हमारी राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं?’ विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने कहा, ‘मेरा आशय माननीय राष्ट्रपति का अनादर करने से नहीं था। मैं केवल उन बयानों का जवाब दे रहा था जो भाजपा नेताओं ने मुझ पर हमला करते हुए दिए हैं। अगर किसी को लगता है कि मैंने राष्ट्रपति का अनादर किया है, तो मैं इस बयान के लिए माफी मांगता हूं। देश के राष्ट्रपति का मैं बहुत सम्मान करता हूं।’



























