अविश्वास प्रस्ताव पर हुई बहस के उत्तर में पीएम की विचलित दिखाई पड़ती मुद्रा और उनकी बिखरी-बिखरी शाब्दिक प्रस्तुति को देख बताया जा सकता है कि वे ‘तीसरी बार भी मोदी सरकार’ को लेकर जनता की ओर से आश्वस्त होना चाह रहे थे।
लोकसभा में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान गठित कांग्रेस की स्थापना को लेकर सवाल क्यों उठाए? जानिए उनका क्या मक़सद रहा।
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और अन्य महिला सांसदों ने राहुल गांधी पर फ्लाइंग किस करने का आरोप लगाया। जानें यह बहस का मुद्दा क्यों है।
मणिपुर हिंसा को लेकर लोकसभा में मोदी सरकार के ख़िलाफ़ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान राहुल गांधी के दिए भाषण के मायने क्या हैं? जानिए, आख़िर उन्होंने 'देशभक्ति' को लेकर सवाल क्यों उठाया।
उपासना स्थल अधिनियम 1991 के तहत देश के किसी भी 'धर्मस्थल का चरित्र' बदला नहीं जा सकता है तो फिर ज्ञानवापी मस्जिद का एएसआई सर्वे क्यों किया जा रहा है? मुक़दमे क्यों चल रहे हैं?
कांस्टेबल चेतन सिंह द्वारा एक्सप्रेस में लोगों को गोलियों से भूनने के क्या मायने हैं? क्या इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होनी चाहिए? क्या सरकार नागरिकों की असुरक्षा को भूल कर खुद की सुरक्षा में लग गई है?
इस ‘हिंदू समय’ में कितना हिंदू विचार है और कितना हिंदू विरोध? क्या हिंदुत्व की राजनीति ने हिंदू धर्म के सामने वाक़ई एक गंभीर चुनौती नहीं खड़ी कर दी है? पढ़ें कांग्रेस से जुड़े पंकज श्रीवास्तव की टिप्पणी।
भारत जैसे विविधता वाले देश में आख़िर समुदायों के बीच नफ़रत कैसे फैल रही है? क्या यह अकस्मात है या फिर इसके पीछे कोई ताक़त है? आख़िर ऐसी नफ़रत बोने वाले लोग कौन हैं?
क्या पीएम मोदी लुई 14वें की ‘मैं ही राज्य हूँ’ की नीति पर ही चल रहे हैं। लेकिन पत्रकार पंकज श्रीवास्तव का तो यही कहना है। हालांकि भारत में फ्रांस जैसी स्थितियां नहीं हैं कि यहां क्रांति हो। फिर भी आप इस लेख को पढ़िए क्योंकि वक्त और हालात बदलते देर नहीं लगती।