देश में रामनवमी पर शोभा यात्रा के दौरान कई राज्यों में हिंसा की ख़बरें आईं? आख़िर ऐसा क्यों हुआ? जहाँ पहले ऐसी शोभा यात्राओं का स्वागत होता था वहाँ अब ऐसी हिंसा के पीछे की वजह क्या है?
क्या हाल के वर्षों में तैयार हुए नफ़रत के माहौल का शिकार अब किसी ख़ास तबक़े का ही नहीं, बल्कि कोई भी हो सकता है? न्यूज़-18 के पत्रकार सौरभ शर्मा के साथ घटी घटना को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी ही प्रतिक्रिया क्यों आ रही है?
जानिए, हरिद्वार और दिल्ली जैसी जगहों पर हुई 'धर्म संसद', नफ़रती भाषण के ख़िलाफ़ सेना के पूर्व प्रमुखों व वरिष्ठ अधिकारियों व अन्य एक्टिविस्टों ने क्या कहा
गांधी को अपरशब्द कहने वाले गोडसे का नाम जपने वाले कालीचरण पर महाराष्ट्र के ठाणे में आज शाम एफआईआर दर्ज कराई गई। यह एफआईआर वहां के मंत्री ने कराई। छत्तीसगढ़ में उसके खिलाफ पहले से ही एफआईआर है। कालीचरण फिलहाल फरार है।
क्या दिल्ली दंगे में कथित तौर पर नफ़रत फैलाने वाले भाषण के लिए बीजेपी नेताओं के ख़िलाफ़ अब एफ़आईआर दर्ज होगी? जानिए, एक याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा है।
फ़ेसबुक पर नफ़रत फैलाने वाली सामग्री को रोकने में विफल रहने का आरोप क्यों लगते रहा है? अब रिपोर्ट आई है कि फ़ेसबुक ने नफ़रत वाली सामग्री की समीक्षा करने वाले खर्च में कटौती की योजना बनाई थी।
अदालत ने गुरुग्राम की पटौदी महापंचायत में मुसलिमों के ख़िलाफ़ कथित भड़काऊ भाषण देने के मामले में रामभक्त गोपाल की जमानत याचिका खारिज कर दी है और कहा है कि ऐसे लोग देश की धर्मनिरपेक्ष छवि और ताने बाने को नुक़सान पहुँचाते हैं।
भारत में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी को ग़लत ढंग से फ़ायदा पहुँचाने और उसके लिए अपने नियम क़ानून को ताक पर रखने के लिए फ़ेसबुक एक बार फिर विवादों में है।
अर्णब गोस्वामी के जिस ‘रिपब्लिक भारत’ चैनल पर भारत में नफ़रत और धार्मिक घृणा फैलाने का आरोप लगता रहा है उसी पर ब्रिटेन के प्रसारण नियामक ने भारी जुर्माना लगाया है। वह भी नफ़रत और असहिष्णुता फैलाने के लिए ही।
असम में कछार ज़िला प्रशासन ने पुलिस से बजरंग दल के एक नेता द्वारा कथित तौर पर क्रिसमस के मौक़े पर चर्चों में जाने वाले हिंदुओं को पीटने की धमकी देने वाले भड़काऊ भाषण की जाँच करने को कहा है।