लोकसभा चुनाव 2024 में टिकट बंटवारे से नाराज कई नेताओं ने चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को छोड़ने की घोषणा कर दी है। इन नेताओं ने अब इंडिया गठबंधन को समर्थन देने की बात कही है।
लोकजनशक्ति पार्टी प्रमुख चिराग पासवान ने बुधवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद बिहार में सीट शेयरिंग फाइनल करने की घोषणा की। यानी बिहार में अब एलजेपी और भाजपा, जेडीयू और एलजेपी साथ-साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। हालांकि इधर चिराग पावसान की नाराजगी और आरजेडी के तेजस्वी यादव से मुलाकात की खबरें आ रही थीं लेकिन बुधवार के घटनाक्रम से हर अटकल पर विराम लग गया। जानिए क्या-क्या तय हुआ दोनों दलों मेंः
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। चिराग : हां, मुझे लगता है कि बीजेपी ने मुझे छोड़ दिया, दुख है। ‘आज मुझे उनकी ज़रूरत, लेकिन बीजेपी से किसी ने नहीं किया संपर्क’। LJP split: Chirag Paswan says BJP abandoned me.
एलजेपी नेता चिराग पासवान के बग़ावती चाचा पशुपति पारस ने केंद्र सरकार में मंत्री बनाए जाने के संकेत तो दे दिए हैं लेकिन बिहार बीजेपी के नेताओं की राय उनके सियासी मंसूबों पर पानी फेर सकती है।
एलजेपी में हुई टूट के वक़्त से ही यह माना जा रहा है कि बाग़ी गुट के नेता पशुपति पारस को केंद्र सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है और अब इस बारे में ख़ुद पारस ने ही संकेत दिए हैं।
अब यह पूरी तरह चिराग पासवान पर निर्भर है कि अपने चाचा और चचेरे भाई के साथ तीन अन्य सांसदों की बगावत के बाद वे खुद को कितना संभाल पाते हैं। कितनी मेहनत करते हैं।
चाचा पशुपति पारस की अगुवाई में पांच सांसदों की बग़ावत के बाद मुश्किलों से घिरे एलजेपी के नेता चिराग पासवान ने बुधवार को इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेन्स की।