प्रतिक्रिया के रूप में इज़राइल पर हमले के बाद क्या अब ईरान को नये प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा? जानिए, इसको लेकर अमेरिका और यूरोपीय संघ की क्या तैयारी है।
भारत में लागू किए गए सीएए को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा था कि इस पर हम चिंतित हैं और क़रीब से नज़र रख रहे हैं। जानिए, इस पर भारत ने क्या कहा।
भारतीय चालक दल वाले जहाजों पर हाल के हमलों में जिस हूती विद्रोहियों पर संदेह गया है, उसके ख़िलाफ़ अब अमेरिका और ब्रिटेन कार्रवाई कर रहे हैं। जानिए, हूती निशाने पर क्यों।
खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साज़िश के मामले को अमेरिका कितनी गंभीरता से ले रहा है? जानिए, एक के बाद एक कड़े बयान क्यों आ रहे हैं और अब एफबीआई करेगी।
हमास के हमले के बाद से ही ग़ज़ा में हमले की तैयारी कर रहा इज़राइल हमले में देरी क्यों कर रहा है? वह भी तब जब उसके द्वारा ग़ज़ा खाली करने के लिए दी गई मियाद कई बार ख़त्म हो चुकी है।
मध्य पूर्व में इजरायल - हमास के बीच ताजा संघर्षों ने हथियारों के अंतर्राष्ट्रीय बाजार में नया उछाल ला दिया है। हथियारों की बिक्री बढ़ी है। माना जा रहा है कि इस युद्ध के कारण हथियारों की डिमांड और बढ़ेगी।
पिछले सप्ताह हमास के हमले के ख़िलाफ़ इज़राइल द्वारा ग़ज़ा को ईंधन, पानी, भोजन और बिजली की सप्लाई बंद है। धीरे-धीरे वहाँ हालात बिगड़ते नज़र आ रहे हैं। इस बीच जानिए, अमेरिका ने हमास से क्या पेशकश की है।
विपक्षी नेताओं ने मंगलवार 12 सितंबर को अमेरिकी सेब पर से आयात शुल्क को कम करने के केंद्र सरकार के हालिया कदम का विरोध किया है। विपक्ष ने सरकार से सवाल किया है कि अमेरिकी सेब से आयात शुल्क कम क्यों किया गया है?
उन पर 2020 के चुनाव में मिली हार के नतीजों को पलटने की कोशिश करने, झूठे बयान देने, जालसाजी, गवाहों को प्रभावित करने, राज्य को धोखा देने की साजिश करने, चोरी और झूठी गवाही आदि आरोप लगाए गए हैं।