कलकत्ता हाई कोर्ट से फटकार सुनने के चंद घंटों के अंदर चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाकी बचे दो चरणों के लिए रैली, पद यात्रा और रोड शो पर रोक लगा दी है। सिर्फ ऐसी जनसभाओं की अनुमति दी गई है, जिनमें 500 से कम लोग मौजूद हों। ऐसा बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र किया गया है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के आख़िरी तीन चरण ख़ासकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और उसकी प्रमुख ममता बनर्जी के लिये बेहद अहम हैं। इस दौर में चार मुसलिम बहुल इलाक़ों की सीटें ममता की सत्ता में वापसी में सबसे निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं।
बीजेपी ने भी प्रधानमंत्री समेत बाक़ी नेताओं की रैलियों में भीड़ की संख्या पाँच सौ तक रखने की बात कही है। लेकिन न तो उसने किसी रैली में कटौती की बात कही है और न ही भीड़ को पाँच सौ तक सीमित रखने का कोई फ़ॉर्मूला बताया है।
ऐसे समय जब पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में वोटों के ध्रुवीकरण की कोशिशें सभी पक्ष कर रहे हैं, बीजेपी ने ममता बनर्जी का एक कथित टेप सार्वजनिक कर दिया है और उन पर लाशों की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पाँचवें चरण का मतदान छह ज़िलों की 45 सीटों के लिए शनिवार को मतदान हुआ। शाम पाँच बजे तक 78 प्रतिशत से ज़्यादा लोगों ने मतदान किया। कई जगहों पर टीएमसी-बीजेपी के समर्थकों के बीच मारपीट हुई।
दरअसल 13 अप्रैल को नील की पूजा के साथ ही इस इलाके में शिवजी की आराधना और सप्ताह व्यापी गाजन उत्सव की धूम शुरू हो जाता है। 14 अप्रैल को गाजन होता है। गाजन के कई अर्थ लोग बताते हैं। 'गा' का मतलब गाँव और 'जन' का अर्थ जनसमावेश।
पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में बीते क़रीब तीन दशकों से हर चुनाव में सबसे अहम मुद्दा रहा गोरखालैंड अबकी विधानसभा चुनाव में परिदृश्य से ग़ायब है।
चुनाव आयोग ने बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष के चुनाव प्रचार पर 24 घंटे की रोक लगा दी है। यह रोक उनके “और होंगी शीतलकुची जैसी घटनाएं” वाले बयान को लेकर लगाई गई है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पाँचवें चरण में शनिवार को छह ज़िलों की जिन 45 सीटों के लिए मतदान होना है उनमें सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और अबकी सत्ता की प्रमुख दावेदार के तौर पर उभरी बीजेपी के बीच काँटे की टक्कर है।
देश भर के साथ ही पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग ने 16 अप्रैल को कोलकाता में सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि इसमें कोरोना को लेकर बन रहे हालात पर चर्चा की जाएगी।
बीजेपी को तमाम राजनीतिक दलों में सोशल मीडिया का बादशाह माना जाता है। लेकिन बीते कुछ सालों में बाक़ी दलों ने भी सोशल मीडिया के कई प्लेटफ़ॉर्म्स पर सक्रियता बढ़ाई है और उसे चुनौती दी है।
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनाव प्रचार पर 24 घंटे की रोक लगा दी है। बंगाल में चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार के शीतलकुची में हुई फ़ायरिंग को लेकर माहौल बेहद गर्म है।
चुनाव आयोग ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 24 घंटे तक चुनाव प्रचार करने से रोक दिया था। यह रोक 12 अप्रैल की रात 8 बजे से 13 अप्रैल की रात 8 बजे तक लागू रहेगी।