पुलिस हिरासत से भागने के दौरान अभियुक्तों के मारे जाने के अजीबोगरीब मामले क्यों आते हैं? अब असम के नगांव में हिरासत में कथित मौत के बाद एक थाने में आग लगाने के आरोपी के साथ भी ऐसा हुआ। जानिए कैसे घटी घटना।
बीजेपी प्रवक्ता ने एक टीवी डिबेट में पैगंबर के लिए विवादित टिप्पणी की। क्या ऐसा मुसलमानों को अपमानित करने के लिए किया गया? अगर हां, तो फिर मुसलमान इसे लेकर नाराज़ क्यों न हों?
बीजेपी शासित असम में एक मुसलिम शख्स की हिरासत में मौत का आरोप लगा, आक्रोशित भीड़ ने प्रदर्शन किया, थाने में आग लगा दी तो अब उसकी पत्नी पर सख़्त यूएपीए क्यों लगाया? नाबालिग बेटी को गिरफ़्तार क्यों किया?
मध्य प्रदेश में भँवरलाल जैन की पीट-पीट कर हत्या क्यों की गई? इस शक में कि वह मुसलिम थे? क्या एक समुदाय विशेष से होना अपराध है? इस पर सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया कैसी है?
कर्नाटक के स्कूल में बजरंग दल ने हथियार ट्रेनिंग कैंप आयोजित किया। इस मामले में पुलिस में लिखित शिकायतें की गई हैं। पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। मामले ने तूल पकड़ लिया है।
आशरीन सुल्ताना से शादी करने पर नागराजू की हत्या का मुसलिम समाज ने निंदा की। वे समर्थन में नहीं आए, बल्कि विरोध किया। लेकिन क्या अब नागराजु की हत्या का इस्तेमाल मुसलिम विरोधी नफ़रत के लिए नहीं किया जा रहा है?
अभी 108 पूर्व नौकरशाहों ने पीएम मोदी के नाम अपील जारी कर उनसे नफरत की राजनीति बंद कराने को कहा था। शनिवार को 197 पूर्व नौकरशाह पीएम मोदी के समर्थन में आ गए और उनकी जमकर तारीफें कीं।
108 पूर्व राजनयिकों ने पीएम मोदी को नफ़रत की राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। एक खुले खत में पीएम मोदी को आगाह करते हुए नौकरशाहों ने लिखा है की प्रधानमंत्री चुप्पी बड़े खतरों को जन्म दे सकती है। आखिर पीएम मोदी क्यों चुप हैं।
क्या क्रिकेट में भी धार्मिक आधार पर भेदभाव होने लगा है। खंडवा में बीजेपी विधायक की ओर से आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट में मुसलिम खिलाड़ियों के साथ ऐसा ही होने की बात सामने आई है।